उत्तर - जिस समास का उत्तरपद प्रधान हो और समास करने पर विभक्ति का लॉप हो जाए , उसे तत्पुरुष समास कहते हैं । जैसे -
सामासिक पद विग्रह
तुलसीकृत तुलसी द्वारा कृत
देश-भक्ति देश के लिए भक्ति
रसोईघर रसोई के लिए घर
पथभ्रष्ट पथ से भ्रष्ट
स्वर्ग-प्राप्त स्वर्ग को प्राप्त
पुरुषोत्तम पुरुषों में उत्तम
अग्निभक्षी अग्नि को भक्षण करने वाला
सुखप्राप्त सुख को प्राप्त
शत्रुघ्न शत्रु को मरने वाला
इन्द्रियातीत इन्द्रियों की पहुँच से दूर
यशोदा यश को देने वाली
कामचोर काम से चोर
देवदत्त देव द्वारा दत्त
आशातीत आशा से अतीत
शरणागत शरण को आगत
सर्वभक्षी सब को भक्षण करने वाला
आतपजीवी आतप से जीनेवाला
मदान्ध मद से अंध
रोगग्रस्त रोग से ग्रस्त
धर्मान्ध धर्म से अन्धा
स्नानागार स्नान के लिए आगार
सत्याग्रह सत्य के लिए आग्रह
कर्तव्यच्युत कर्तव्य से च्युत
सूर्योदय सूर्य का उदय
गंगाजल गंगा का जल
दिनचर्या दिन की चर्या
राष्ट्रपति राष्ट्र का पति
राजभवन राजा का भवन
आत्मनिर्भर आत्म पर निर्भर
नीतिनिपुण नीति में निपुण
आपबीती आप पर बीती
गृहप्रवेश गृह में प्रवेश
पुरुषसिंह पुरषों में सिंह
पुत्रवधू पुत्र की वधू
धनहीन धन से हीन
त्रिपुरारि त्रिपुर का अरि
सामासिक पद विग्रह
तुलसीकृत तुलसी द्वारा कृत
देश-भक्ति देश के लिए भक्ति
रसोईघर रसोई के लिए घर
पथभ्रष्ट पथ से भ्रष्ट
स्वर्ग-प्राप्त स्वर्ग को प्राप्त
पुरुषोत्तम पुरुषों में उत्तम
अग्निभक्षी अग्नि को भक्षण करने वाला
सुखप्राप्त सुख को प्राप्त
शत्रुघ्न शत्रु को मरने वाला
इन्द्रियातीत इन्द्रियों की पहुँच से दूर
यशोदा यश को देने वाली
कामचोर काम से चोर
देवदत्त देव द्वारा दत्त
आशातीत आशा से अतीत
शरणागत शरण को आगत
सर्वभक्षी सब को भक्षण करने वाला
आतपजीवी आतप से जीनेवाला
मदान्ध मद से अंध
रोगग्रस्त रोग से ग्रस्त
धर्मान्ध धर्म से अन्धा
स्नानागार स्नान के लिए आगार
सत्याग्रह सत्य के लिए आग्रह
कर्तव्यच्युत कर्तव्य से च्युत
सूर्योदय सूर्य का उदय
गंगाजल गंगा का जल
दिनचर्या दिन की चर्या
राष्ट्रपति राष्ट्र का पति
राजभवन राजा का भवन
आत्मनिर्भर आत्म पर निर्भर
नीतिनिपुण नीति में निपुण
आपबीती आप पर बीती
गृहप्रवेश गृह में प्रवेश
पुरुषसिंह पुरषों में सिंह
पुत्रवधू पुत्र की वधू
धनहीन धन से हीन
त्रिपुरारि त्रिपुर का अरि