रविवार, 24 दिसंबर 2017

समास किसे कहते हैं ?

प्रश्न - समास किसे कहते हैं ?
उत्तर-  समास का अर्थ है -'संक्षिप्तीकरण'  ।  दो  या दो से अधिक पदों या शब्दों के योग को  समास कहते हैं ।  जिन पदों या शब्दों के योग से समास बना है ,उनमें से पहले पद को पूर्व पद और दूसरे पद को उत्तर पद कहते हैं ।
अतः दो या अधिक पदों का अपने विभक्ति- चिन्हों  या अन्य प्रत्ययों को विलुप्तकर आपस में मिल जाना ही , समास है।  
समास होने के पहले  पदों के रूप को  'समास विग्रह' कहा जाता  है।  समास होने के बाद बने संक्षिप्त रूप को 'समस्त पद' कहते हैं।
उदाहरण -
1. मोहन पथ से भ्रष्ट हो चुका है ।
2. मोहन पथभ्रष्ट हो चुका है। 
उपर्युक्त पहले उदाहरण में  पथ से भ्रष्ट समास विग्रह है ( पदों का विखरा हुआ रूप) और दूसरे उदाहरण में पथभृष्ट सामासिक पद (समस्तपद)  है , जो विभक्तियों के लोप होने के बाद दोनों पदों के आपस में मिल जाने के बाद बना है।  
नीचे कुछ समास विग्रह और समस्त पदों के उदाहरण दिए गए हैं -
जैसे-  
शक्ति के अनुसार - यथाशक्ति  (यहाँ पर विभक्ति चिन्ह 'के' का लोप होकर यथाशक्ति बना )
 नीला कमल - नीलकमल (यहाँ पर 'आ' प्रत्यय  का लोप होकर नीलकमल  बना )
 चार राहों का समूह -  चौराहा (यहाँ पर संक्षेप होकर चौराहा बना  )
 पीला  अम्बर - पीताम्बर( यहाँ दो पद पीला और अम्बर मिलकर पीताम्बर बना )
नाक और कान - नाक-कान यहाँ दो पद के मध्य  'और' को हटाकर  नाक-कान बना )

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